वसंत पंचमी २०१८: वसंत पंचमी पर महिलए पिला वस्त्र क्यूँ धारण करती है? Why do women wear Yellow Saree - बढ़िया पोस्ट

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Sunday, 21 January 2018

वसंत पंचमी २०१८: वसंत पंचमी पर महिलए पिला वस्त्र क्यूँ धारण करती है? Why do women wear Yellow Saree

वसंत पंचमी २०१८: वसंत पंचमी पर महिलए पिला वस्त्र क्यूँ धारण करती है? 

२२ जनवारी २०१८ को भारत मे लोग वसंत पंचमी को बडे हर्षो उल्हास से मनायेंगे. 

२२ जनवारी २०१८ भारत मे लॉग वसंत पंचमी मनायेंगे।  बसंत का रंग पीला होता है जिसे बसंती भी कहा जाता है, पीला रंग तर्रक्की, उत्साही ऊर्जा और रौशनी का प्रतिक मानाजाता है यही कारन है जिसकी वजह से गृहिणिया इस त्यौहार के दिन पीला वस्त्र धारण करती है और पारम्परिक पिले रंग के मिठे पदार्थ बनाते है।  

आमतौर पर यहाँ त्यौहार हिन्दुओ और सिख्खो द्वारा मनाया जाता है इस त्यौहार को श्री पंचमी भी कहा जाता है।  श्री का अर्थ है सम्मान और पंचमी मतलब पांचवा दिन।  विद्यार्थी इस दिन माँ सररस्वति जो की ज्ञान की देवी मणि जाती है उनकी उपासना करते है हुए अपने पुस्तकों का पूजन करते है।  इस दिन शिशुओंको उनके नाम का पहला अक्षर याद करवाया जाता है।  शाश्त्रो के अनुसार माता सरस्वती जा जन्म इसी दिन हुआ था। 

वसंत का रंग पीला होने के वजहसे महिलाये इस दिन पिले वस्त्र धारण करती है और पारम्परिक मीठे खाद्य पदार्थ बनती है जैसे केसरी चावल, बूंदी के लड्डू, पिली खिचड़ी, केसरी हलवा, केसरी शीरा इत्यादि। यहाँ सभी पदार्थ क्षुधा घी, शक्कर और मेवे से बनाई जाते है।  


  वसंत पंचमी के दिन पिले रंग का अधिक इस्तेमाल करने का एक और कारन यहाँ भी है की यहाँ रंग उन्नति के साथ साथ फलो और फसलों के पकने का भी प्रतिक माना जाता है।  भारत के उत्तरी राज्यों के खेतो मैं पिले सरसो के लहराते हुआ प्रकृति को मनो सुनहरे पिले रंग से धक् देती है।  इस दिन लोग देवी के  मंदिरो मैं जाके पिले रंग के फूल अर्पण करते है, पिले वस्त्र भी धारण करते है और माथे पर हल्दी का टिका भी लगते है।  कई लोग नृत्य करना , पतंग उधना, मीठे पिले मिठाई खाना आदि भी पसंद करते है।  

वैदिक कैलेंडर के अनुसार वसंत पंचमी माघ महीने के पाचवे दिन मनाया जाता है. वसंत पंचमी के साथ ही वसंत ऋतु का आगमन होता है।  इस दिन लोग माता सरस्वती से बुद्धिमत्ता और ज्ञान का आशीर्वाद मंगाते है।  कई विद्यालयों मैं इस दिन विशेष पूजा का भी आयोजन किया जाता है।  

वसंत पंचमी : सरस्वती पूजन 

जैसे आपको पता है की इस दिन सरस्वती पूजा की जाती है, लोग प्रथा कल जल्दी उठाकर स्नान करके पिले वस्त्र धारण करते है।  सर्व प्रथम गणेशजी की पूजा की जाती है फिर नव ग्रहो की और फिर उसके बाद माता सरस्वती की पूजा की जाती है।  संगीत के विद्यार्थी भेट के रूप मैं सरस्वती माँ को वीणा, बासुरी आदि संगीत के साधन अर्पण करते है।  

महूरत: वसंत पंचमी इस साल २२ जनवरी हो आहे वाली है। आप सुबह से लेके श्याम ४ : ३० बजे तक या तिथि बानी रहेगी।  

वसंत पंचमी का महत्व: सश्त्रो के अनुसार वसंत पंचमी का दिन बहुत ही शुभ फल दाई और शुभ मन जाता है।इस दिन हमे माता सरस्वती से बुद्धिमत्ता प्रदान करने की प्राथना करनी चाहिए।  अगर आप म्यूजिक के क्षेत्र मैं सफलता पाना चाहते है तो इस दिन आपको माँ सरस्वती का पूजन जरुर करनी चाहिए।       

यह वीडियो जरुर देखे 

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