Home Remedies For Dengue Fever Causes, Symptoms And Prevention
डेंगू बुखार के कारण, लक्षण एवम घरेलु उपचार
दोस्तों!आज के समय दुनिया में एक से बढ़कर एक बीमारी मौजूद है। इसमें से कुछ बीमारियों को दुनिया से पूरी तरीके से समाप्त कर दिया गया है लेकिन ऐसे ही कुछ बीमारियां हैं। जो अभी तक जानलेवा है। डेंगू की बीमारी कुछ ऐसी ही बीमारी है। जो वर्तमान समय में सबसे Deadly और Lethal है।Image Source |
पूरी दुनिया डेंगू बुखार से जूझ रही है। दुनिया के 185 देशों में डेंगू फैला हुआ है। जिसमें हमारे भारत देश में डेंगू बुखार के सबसे ज्यादा रोगी मौजूद हैं। वर्ष 2019 की रिपोर्ट के अनुसार पूरे भारत में 2245 लोगों की मृत्यु मात्र डेंगू बुखार से हुई। डेंगू से सबसे ज्यादा प्रभावित राज्य राजस्थान, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, बिहार और झारखंड है।
डेंगू बुखार मादा Aedes के काटने से होता है। मच्छरों में Aedes एक विशेष प्रकार की प्रजाति होती हैं ।जिस के डंक में Virus होता है। जो शरीर में Platelets की मात्रा को कम कर देता है। Aedes मच्छर
Tropical और Sub tropical क्षेत्र में पाए जाते हैं। लेकिन आजकल यह मच्छर खुले पानी में भी पैदा होने लगे हैं इन मच्छरों को गंदे पानी और एक जगह एकत्रित हुए साफ पानी में भी देखा जा सकता है। डेंगू बुखार में हड्डियों के टूटने जैसा दर्द महसूस होता है। जिस कारण इसे 'हड्डीतोड़' बुखार भी कहते हैं।
डेंगू बुखार होने के कारण (Due to having dengue
fever)!
डेंगू बुखार होने के कुछ निश्चित कारण होते हैं जिनसे आप डेंगू से पीड़ित हो जाते हैं। अगर इन कारणों को समझा जाए तो डेंगू से बचाव आसानी से किया जा सकता है।
● साफ पानी में पैदा होने वाले मादा Aedes मच्छर के काटने से.
● संक्रमित भोजन या पानी के सेवन से.
● डेंगू Patient के उपयोग में ली गई गए Infected सुई के उपयोग से.
● घर के आस-पास ज्यादा पानी जमा होने से.
निम्न कारणों के कारण आप डेंगू से पीड़ित हो सकते हैं। अगर हम थोड़ी सी सावधानी से रहे और डेंगू होने वाले कारण नहीं होने दें तो हम अपने परिवार को डेंगू होने से आसानी से बचा सकते हैं।
डेंगू बुखार के भी दो तरह के Phase होते हैं। इन Phase के हिसाब से डेंगू को आसानी से पहचाना जा सकता है।
प्रथम फेज के लक्षण (Symptoms of the first phage) ;
● तीन-चार दिन से लगातार बुखार रहना.
● दवा लेने पर भी बुखार ठीक ना होना.
● तेज बुखार होने पर भी शरीर ठंडा रहना.
● उल्टियां और दस्त होना.
● सिर मैं दर्द रहना और चक्कर आना.
● Pulse का कभी तेज और कभी धीरे चलना.
● रोगी पर बेहोशी हावी होना.
● blood pressure एकदम कम हो जाना.
● ब्लड में डेंगू के Virus से हड्डियों के Joints में बहुत ज्यादा दर्द होना.
● Heart rate तेज हो जाना.
● आंखे लाल रहेंना.
● चेहरे पर लाल दाने होना.
द्वितीय फेज के लक्षण (Symptoms of second phage) ;
● दो-तीन दिनों के बाद बुखार ठीक हो जाना.
● हड्डियों का दर्द ठीक हो जाना.
● रोगी को बेहतर महसूस होना.
● Body का temperature नॉर्मल हो जाना.
● शरीर से पसीना आना.
● लेकिन अगले ही दिन बुखार वापस आ जाना.
● उसी स्थिति में आ जाना जिसमें शरीर दर्द I heart rate, और BP में बढ़ोतरी होना आदि.
● जो लाल दाने चेहरे पर थे उनका पूरे शरीर पर बढ़ जाना.
डेंगू बुखार का वास्तविक पता डॉक्टर के द्वारा की गई जांच से पता चल सकता है डेंगू के लिए खून की क सीबीसी (Complete blood checkup) जांच की जाती है। जिसमें Platelets की संख्या के साथ Antigen IgM और IgG व Protein NS-1 मात्रा देखी जाती है जिससे पता चलता है कि रोगी को डेंगू है या नहीं। कभी-कभी ऊपर बताए गए लक्षण Malaria, Chikungunya, Food Poisoning,
Typhoid, Yellow Fever, Scarlet Five आदि बीमारी में भी दिखाई देते हैं।
डेंगू के बुखार में डॉक्टर से परामर्श लेना चाहिए लेकिन ऐसे अनेकों घरेलू उपचार है। जिनकी सहायता से हम डेंगू का उपचार घर पर ही कर सकते हैं। डेंगू में घरेलू उपचार काफी प्रभावशाली होता है क्योंकि इसके कोई side effects नहीं होते हैं। ज्यादातर डेंगू के रोगी घरेलू उपचार से ही ठीक हो जाते हैं और उन्हें Hospital में admit भी नहीं होना पड़ता है। तो चलिए जानते हैं डेंगू को ठीक करने के घरेलू उपाय
(1).
पपीते के पत्ते-
पपीते के पत्तों में Fiber प्रचुर मात्रा में उपस्थित होता है। पपीते के पत्तों को सीधा या Juice बनाकर इस्तेमाल किया जा सकता है। पपीते के पत्तों में Body से Toxin बाहर निकालने की क्षमता होती है। पपीते के पत्तों में Platelets को बढ़ाने की क्षमता होने के साथ-साथ शरीर की कमजोरी को दूर करता है। यह बुखार और सिर दर्द को ठीक करके डेंगू रोगी को राहत पहुंचाता है।
(2).
गिलोय का सेवन- गिलोय हमारे शरीर की Immune System को मजबूत करने के साथ-साथ Metabolic rate बढ़ाने में सहायक होता है। डेंगू रोगी को गिलोय का Juice पिलाना चाहिए ताकि रोगी में डेंगू के Virus से लडने की क्षमता आ जाती है। गिलोय के सेवन से रोगी बहुत जल्द ठीक हो जाता है। डेंगू रोगी को गिलोय का सेवन एक रामबाण उपाय हैं।
(3).
मेथी के पत्ते- मेथी के पत्तों में Anti oxidant गुण पाए जाते हैं। जो बुखार को कम करने के साथ-साथ शरीर के दर्द में भी राहत दिलाते हैं। डेंगू रोगी को दिन में 2 -3
बार मेथी के पत्तों को पानी में उबालकर पिलाना चाहिए। इसके सेवन से रोगी को अच्छी नींद भी आती है।
(4).
तुलसी के पत्ते और काली मिर्च - तुलसी के पत्तों और काली मिर्च में Antibacterial गुण होते हैं। जो Immune System को मजबूत बनाते हैं। डेंगू के रोगी को तुलसी के पत्ते और काली मिर्च को पानी में उबालकर पीने से राहत मिलती हैं। यह Drink हड्डियों में होने वाले दर्द को कम करता है।
डेंगू के अन्य घरेलू उपाय (Other home remedies for
dengue);
● जितना हो सके paitent को ज्यादा Liquid का सेवन करवाएं.
● ORS जैसे सेहतमंद पाउडर का इस्तेमाल करें.
● मच्छर को अपने आसपास पैदा होने ना दे.
● फल के रूप में सेव और पपीते का सेवन करें.
● डॉक्टर से मिलने वाली दवाई का सेवन करें.
अगर शरीर में किसी भी प्रकार का बुखार हो तो डॉक्टर से संपर्क जरुर करें और डॉक्टर के द्वारा बताए गई test को करवाएं। डेंगू जैसी बीमारियों से बचने का एक ही उपाय है कि अपने आस - पास होने वाले मच्छरों से सावधान रहे। आप घर के आसपास पानी एकत्रित न होने दें।
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